बुधवार, 12 मार्च 2014

अमीर अभिभावकों के बच्चे होते हैं उपेक्षित!



सच ही कहा गया है कि धन से बहुत कुछ खरीदा जा सकता है लेकिन सब कुछ नहीं।
अमीर घरों के बच्चे भले ही अपनी पसंद की हर चीज के साथ पलते-बढ़ते हैं लेकिन वे अपने माता-पिता के साथ बहुत कम वक्त बिता पाते हैं और उन्हें अपने अभिभावकों के प्यार से वंचित रहना पड़ता है। ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान के शोधकतरओ ने अपने नये अध्ययन में यह खुलासा किया है कि वित्तीय संकट से जूझ रहे माता-पिता के लिये जिंदगी आसान नहीं रहती और उन्हें कई तरह की कमी से जूझना पड़ता है लेकिन अमीर माता-पिता के लिये भी स्थिति कोई खास अच्छी नहीं है।
अमीर अभिभावक धन कमाने में इतने व्यस्त होते हैं कि वे जिनकी बेहतरी के लिये अपनी संपत्ति जमा कर रहे होते हैं, उन्हीं बच्चों की उपेक्षा कर देते हैं। शोधकतरओ के मुताबिक धन और बच्चे पालना दो अलग-अलग बाते हैं लेकिन बहुत से लोग इन्हें एक साथ जोड़ कर देखते हैं और मानते हैं कि अगर उनके पास ज्यादा धन होगा तो वे अपने बच्चों की परवरिश बेहतर तरीके से कर पायेंगे। इस शोध रिपोर्ट से इसी सोच का खंडन किया गया है और बताया गया है कि अमीरी किसी को अच्छा माता-पिता नहीं बना सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक धनी माता-पिता अपने काम, धन, संपत्ति और सामाजिक स्थिति को बनाने में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि वे अपने बच्चों के पालन-पोषण को ज्यादा महत्त्वपूर्ण नहीं समझते हैं। धन की वजह से माता-पिता के लक्ष्य दो भाग में बंट जाते हैं, जिसमें एक तरफ धन होता है और दूसरी तरफ बच्चों की परवरिश। शोध में बताया गया है कि महिलाएं इस चक्कर में ज्यादा आती हैं और वे धनी होने पर सबसे अधिक अपने बच्चों के पालन- पोषण को नजरअंदाज करती हैं। धनी माता-पिता अपने बच्चों की इच्छाओं को नजरअंदाज करते हैं और यह समझते हैं कि बच्चों को कीमती सामान देकर बहलाया जा सकता है। लेकिन उनके बच्चे अक्सर उपेक्षित महसूस करते हैं।
अमीर घरों के बच्चे भले ही अपनी पसंद की हर चीज के साथ पलते-बढ़ते हैं लेकिन वे अपने माता िपता के साथ बहुत कम वक्त बिता पाते हैं
यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करनाचाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है:facingverity@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!
Source – KalpatruExpress News Papper

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें