बुधवार, 12 मार्च 2014

जरा संभल कर खेलें होली में रंग



होली का रंग खेलने के बाद हर घर का लगभग एक ही नजारा होता है। कोई शीशे के सामने खड़ा होकर उबटन से अपना रंग छुटा रहा होता है, तो कोई बालों में तेल लगाकर नल के नीचे बैठकर। होली का दिन यानी रंगों और खुशियों का दिन। इस दिन जीवन में कई रंग-बिरंगी यादें और कुछ रंगीन लम्हे जुड़ जाते हैं। लेकिन अपने जीवन को रंगीन करने में कहीं आप अपनी त्वचा को इतना न रंग लें कि रंग छुड़ाना मुश्किल हो जाए और आपको इससे एलर्जी हो जाए। कभी-कभी तो रंग छुड़ाना इतना मुश्किल हो जाता है कि त्वचा पर दाने निकल आते हैं या लाल चकत्ते पड़ जाते हैं। कुछ लोगों के बाल रंग में मिले केमिकल की वजह से टूटने लगते हैं तो किसी की आंख में रंग पड़ जाता है। लेकिन कुछ सावधानी बरत कर इन परेशानियों से आसानी से बचा जा सकता है।
हर कोई होली के रंग में रंगने को तैयार है। कोई अबीर-गुलाल हाथों में लेकर घूम रहा है तो कोई पिचकारी से रंग की बौछार कर रहा है। होली में रंगों से मस्ती करना तो ठीक है लेकिन इस मस्ती में अपनी त्वचा, आंखों और बालों का खयाल रखना भी उतना ही जरूरी है।
लेंस जरूर उतार लें-
 रंग खेलने से पहले आंखों के लेंस जरूर उतार लें, क्योंकि अगर रंग आंख की पुतली और लेंस के बीच आया तो संक्रमण होने के साथ आंख खराब होने की आशंका बढ़ जाती है। लेंस उतारकर आंखों पर सनग्लास लगा लें।
कुछ बातों का रखें ध्यान-
- जब बच्चे रंग खेल रहे हों तो उनका ध्यान रखें। अगर उन्हें किसी भी तरह की कोई चोट लगती है तो तुरंत उसका उपचार करें।
- हार्ट या अस्थमा के मरीज रंगों से दूर रहने की कोशिश करें।
क्योंकि इससे उन्हें एलर्जी हो सकती है।
- दिल के मरीज होली में ज्यादा तली-भुनी चीजें न खाएं।
- डायबिटीज के मरीजों को भी मिठाई और वसायुक्त खाने से बचना चाहिए।
अनुषा मिश्रा
कुछ यूं करें त्वचा की देखभाल-
 होली के रंग जिस चीज को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं वह है त्वचा। बस जरा सी लापरवाही और केमिकल वाले रंग त्वचा की रंगत को उड़ा देते हैं। एसएन मेडिकल कॉलेज के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. पीके सिंह बताते हैं कि बस कुछ आसान से टिप्स आजमाकर आप अपनी त्वचा को आसानी से रंग के दुष्प्रभाव से बचा सकते हैं।
- रंग खेलने से पहले त्वचा पर सरसों का तेल लगा लें।
- रंग छुड़ाने के लिए गरम पानी का इस्तेमाल करें।
- बेसन में हल्दी और नींबू का रस मिलाकर उसका उबटन बनाकर भी रंग छुड़ाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
- सोयाबीन के पाउडर में दूध मिलाकर लगाने से रंग आसानी से छूट जाता है।
- जाै के आटे में बादाम का तेल मिलाकर उसका मिश्रण बनाकर त्वचा पर लगाएं।
- नमक, ग्लिसरीन और अरोमा ऑयल का मिश्रण एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल होता है। किसी प्रकार की त्वचा संबंधी एलर्जी से बचने के लिए इसका इस्तेमाल करें।
- रंग छुड़ाने के बाद त्वचा पर मॉश्चराइजर लगाएं या बेबी ऑयल से मसाज भी कर सकते हैं।
बालोंे का रखें खयाल-
 होली के रंग बालों में पसीने और धूल के साथ मिलकर और भी ज्यादा मुसीबत पैदा करते हैं। ऐसे में अगर बालों का सही तरीके से ध्यान न रखा जाए तो ये झड़ने लगते हैं।
रंग खेलने से पहले कुछ टिप्स आजमाकर आप अपने बालों को झड़ने से बचा सकते हैं।
ये टिप्स आजमाएं-
- बादाम या जैतून के तेल से हर रात बालों की मालिश करें।
- बालों में शैंपू लगाने से पहले सादे पानी से बालों को खूब धोएं ताकि पहले बालों का रंग निकल जाए।
- बालों को हर्बल शैंपू से धोएं।
- शिकाकाई, रीठा और आंवला से भी बाल धोए जा सकते हैं। रात को शिकाकाई, रीठा और आंवला किसी बर्तन में भिगोएं।
सुबह इसे उबाल कर छान लें और इस पानी से बाल धोएं।
- पानी में नीबू की बूंदें डालें और बालों को आखिरी बार इसी से धोएं।
- रंग खेलने से पहले अगर बालों में ठीक से तेल लगा लिया जाए तो रंग आसानी से निकल जाता है।
डॉ. पीके सिंह
आंखों का रखें ज्यादा खयाल-
 होली खेलते वक्त आंखों का खयाल रखना ज्यादा जरूरी होता है। खास तौर पर हरे रंग से इसे बचाना और भी जरूरी है। सेन हॉस्पिटल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय सेन बताते हैं कि आंखों को रंगों से तीन तरह से नुकसान पहुंचता है।
पहला जब कोई तेजी से रंग भरा गुब्बारा फेंकता है और वह सीधे आंख पर लगे। गुब्बारा सीधे आंख पर लगने से आंख की पुतली या कॉर्निया के फटने का भी खतरा रहता है। दूसरा कई बार लोग जबरदस्ती किसी को रंग लगाने की कोशिश करते हैं तो रंग आंखों में चला जाता है और चोट लग जाती है। तीसरा केमिकल रंगों का इस्तेमाल करने से। इसलिए यह जरूरी है कि आप किसी के भी साथ जबरदस्ती रंग खेलने की कोशिश न करें। रंग खेलने के लिए रासायनिक रंगों का प्रयोग करने के बजाय प्राकृतिक रंगों का प्रयोग करें। गीले रंगों की बजाय सूखे रंगों का इस्तेमाल करें। कुछ सूखे रंगों में भी लेड, जिंक और कुछ एसिडिक कंपाउंड होते हैं, जो आंखों के लिए बहुत खतरनाक होते हैं। इसलिए ऐसे रंगों का चुनाव न करें जिससे किसी को नुकसान पहुंचे। रंग खेलते वक्त आंखों पर सनग्लासेज लगाकर भी रंग से कुछ हद तक बचा जा सकता है। आंख में चोट लगने पर आंख को पानी से तब तक धोते रहें जब तक जलन खत्म न हो। अगर पानी से धोने के बाद भी जलन नहीं जाती और आंख लाल रहती है तो तुरंत नेत्र चिकित्सक से इलाज कराएं। अगर आंख से एक बूंद भी खून निकलता है खुद कोई भी इलाज करने की बजाय तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
डॉ. संजय सेन
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Source – KalpatruExpress News Papper

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