शनिवार, 26 अप्रैल 2014

देश बचाओ ...देश बचाओ... देश बचाओ ...देश बचाओ


मेरे प्यार भारत वासियों
सादर प्रणाम
मुक्तक
जीत लें विश्वास अपना तब कोई खटका नहीं
फिर कभी तूफ़ान में भी आदमी रुकता नहीं
हौंसलों से हाथ ऊपर हम उठाएँ दोस्तो
कौन कहता है भला की आसमाँ झुकता नहीं
१--जीवन संवर जाएगा देखो तो अमल करके
इतना समझ लें क्या खोना है क्या पाना है
२--योगा के हैं लाभ अनेको रोग मुक्त हो जाता
मानव तन-मन से आलोकित होकर चिंता मुक्त हो जाता
३--बावन आसन लगभग होते हर आसन की अपनी महिमा
नाम बताए गुरुजनों ने जिनको पढ़ कर साधक बनना
४--योग सिखाता जीना हमको और सिखाता ध्यान लगाना
मानव् तन को उर्जा मिलती चेहरा उज्जवल खिलता
मैं एक ग़ज़लकार,साहित्यकार ,मास्टर ऑफ़ आर्ट ऑफ़ लिविंग ,योग साधक ,समाज सेवी दिल्ली निवासी हूँ!
लगभग बीस वर्षों से देश हित में देश की दशा व् दिशा के सुझाव में माननीय प्रधान मंत्री व् देश वासियों को
लिखता आया हूँ किन्तु वही ढाक के तीन पात ! भ्रष्टाचार एक कैंसर रोग जैसा है जो भारत सहित समस्त विश्व में
व्याप्त है ! आप बुद्धिजीवी इन पांच सुझावों पर अमल करने की किरपा करेंगे तो मेरा दावा है देश की दशा व् दिशा ही बदल जाएगी !
१----विवाह उपरान्त पांच वर्ष बाद मात्र एक बच्चा
२----नस बंदी अभियान ....दो व् दो से अधिक जिनकी संतान हो उनकी तुरंत नसबंदी !
३.....बंगला देशियों व् अवैध रूप से निवास करने वाले विदेशियों को देश निकाला !
४......सामान नागरिक अधिकार! पुरुष व् महिला का एक सामान अधिकार !
५---कानून की लचर व् ढुल-मुल व्यवस्था को सही दिशा देना !



"गुरु जी"पुरुषोत्तम अब्बी "आज़र"
निवासी ..नई दिल्ली 
मोबा=9818376951

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