शनिवार, 8 नवंबर 2014

ज़िन्दगी में progress ना कर पाने की 5 वजहें ?


Friends, last Friday  जब  सुबह  मैं  office के  gate से  enter कर  रहा  था  तब  अचानक  ही  मेरी
 Progress in Life
बाधाएं …
नज़र  वहां  काम  कर  रहे  gatekeeper पर  पड़ी , वैसे  तो  मैं  उसे  रोज  देखता  हूँ  पर  आज  उसपर  थोडा  ध्यान  दिया …. वो  कोई  45-50 साल  का  व्यक्ति  होगा , उसे  देखकर  मेरे  मन  में  एक  सवाल  उठा —आखिर  बहुत  सारे  लोग  क्यों  अपनी  life बस  एक  ही  जैसी  ज़िन्दगी  जीने  में  बिता  देते हैं , क्यों  वे  एक  routine life के , भले  वो  घिसी – पिटी  ही  क्यों  ना  हो  के   इतना  used to हो  जाते  हैं  कि  उसे  बदलने  की  कोशिश  ही  नहीं  करते , आखिर  क्यों  वे  अपनी  life में  वहीँ  के  वहीँ  रह  जाते  हैं  और  कोई  progress नहीं  करते ?
I am quite sure कि  मेरी  तरह  आपने  भी  ऐसे  लोगों  को  देखा  होगा , फिर  चाहे  वो  आपके  building का  guard हो ,आपके  school days का  कोई  teacher या  फिर  किसी  company का  कोई  employee, या  फिर  आप  खुद !!!
Well, अगर  आप  इस  तरह  की  condition में  नहीं  हैं  तो  बहुत  अच्छी  बात  है , लेकिन  अगर  आप  भी  ये  feel करते  हैं  कि  आप  एक  मुकाम  तक  पहुच  कर  थम  से  गए  हैं  या  चाह  कर  भी  आप  आगे  नहीं  बढ़  पा  रहे  हैं  तो  शायद  ये  article आपकी  कुछ  मदद  कर  पाए .
तो  आइये  जानते  हैं  5  वजहें  कि  क्यूँ  ऐसे  लोग  ज़िन्दगी  में  आगे  नहीं  बढ़  पाते  :
1)    वो progress के  बारे  में  सोचते  ही  नहीं :
किसी  भी  चीज  का  निर्माण  एक  सोच  के  साथ  शुरू  होता  है , यदि  आप  आगे  बढ़ने  के  बारे  में  सोचेंगे  ही  नहीं  तो  भला  ये  कैसे  संभव  होगा ??? मेरे hometown Gorakhpur में  एक  बहुत  पुराना  चाट  वाला  है  , पिछले  बीस  साल  से  वो  एक  ही  जगह  पर  एक  ही  समय  चाट  की  दुकान  लगाता  है ….दुकान  अच्छी  चलती  भी  है , अगर  वो  आगे  बढ़ने   के  बारे  में  सोचता  तो  आसानी  से  एक  पक्की  दुकान  खरीद  कर  अपना  business establish कर  सकता  था …पर  शायद  उसने  कभी  सोचा  ही  नहीं !!
Friends, इंसान  होने  का  यही  तो  फायदा  है ….आप  सोच  सकते  हैं …और  उस  सोच  से  अपनी  दुनिया  बदल  सकते  हैं , इसलिए  अगर  आप  अपनी  present life से  satisfied नहीं  हैं  तो  आपको  उसे  बदलने  के  बारे  में  सोचना  ही  होगा .
2)   सोचते हैं पर कुछ  करते  नहीं  :
ये  category बहुत  बड़ी  होती  है . Maximum लोग  सपने  देखते  हैं ….खूब  देखते  हैं ….पर  उसे  पूरा  करने  के  लिए  required efforts नहीं  करते . For e.g  एक  employee सोच  सकता  है  कि  इस  साल  promotion लेनी  ही  लेनी  है ….पर  वो  अभी  भी  वैसे  ही  काम  करता  है  जैसा  सालों  से  करता  आ  रहा  है ….एक  student 90 % marks लाने  के  बारे  में  सोचता  है  पर  वो  पढाई  के  लिए  एक  cricket match नहीं  छोड़  पाता  है  .
सोचना  ज़रूरी  है , पर  अगर  आपकी  सोच  आपको  उठ  कर  काम  करने  के  लिए  मजबूर  ना  करदे  तो  कुछ  और  रास्ता  निकालना  ही  होगा , इतना  याद  रखिये  कि  अगर  result में  बदलाव  लाना  है  तो  efforts में  बदलाव  लाना  ही  होगा !!!.आप  जो  कुछ  भी  achieve करना  चाहते  हैं  उससे  relatedSMART goals बनाइये  और  उसे  achieve करने  के  लिए  एक  अच्छी  और  practical planning कीजिये …and then अपना  100 % effort लगा  दीजिये ….जीत  आपकी  होगी .
3) वो सब  कुछ  खुद  ही  करना  चाहते  हैं :
कुछ  लोग  अपने  काम  में  बहुत  अच्छे  होते  हैं , वो  जानते  हैं  कि  उनका  ये  काम  उनसे  अच्छा  कोई  और  नहीं  कर  सकता …वो  किसी  और  पर  उतना  भरोसा  नहीं  कर  सकते !!  सच  है ….पर  अगर  आपको  आगे  बढ़ना  है  तो  अपना  कुछ  काम  delegate करना  ही  होगा , आपके  पास  सिर्फ  दो  हाँथ  हैं , दो  हांथों  से  आप  पचास  हांथों  का  काम  नहीं  कर  सकते …that’s impossible. इसलिए  आप  अपना  कुछ  काम  दूसरों  से  कराना  सीखिए , ऐसा  करना  आपको  extra time देगा  जिससे  आप  कुछ  और  productive कर  सकते  हैं . Business में  या  managerial position पर  काम  कर  रहे  लोगों  के  लिए   तो  ये  बात  आप  easily समझ  सकते  हैं  पर  ये बात और  जगह  भी  लागू  होती  है  .
आप  जहाँ  भी  हों  वहां  अपना  work load limited रखिये . अगर  आप  किसी  office में  काम  करते  हैं  तो  बस  खुद  को  boss की  नज़रों  में  अच्छा  दिखाने  के  लिए  बेकार  की  additional responsibilities मत  लीजिये , इसी  तरह  से  अगर  आप  एक  student हैं  तो  ऐसी  ही  चीजों  में  participate करिए  जो  आपके  self-development  में  helpful हों , ये  नहीं  कि  आप  cultural-committee से  लेकर  sports committee तक  हर  जगह  अपना  नाम  डलवा  दें .
याद  रखिये  limited responsibilities लेना  और  उन्हें  अच्छे  ढंग  से  निभाना  आपको  unlimited responsibilities लेना  और  उसे  अच्छे  ढंग  से  ना  निभाने  से  कहीं  ज्यादा  सीखाएगा  और  आपका confidence increase करेगा .
Well, ये  सब  कुछ  इसलिए  करना  है  कि  आपके  पास  खुद  के  लिए  time बच सके ….but the important thing is that कि ऐसा  करके  आपने  जो  time बचाया  उसका  आप  क्या  करते  हैं ….इस  time को  आपको  अपने  set किये  गए  goals achieve करने  में  ही  लगाना  है  gossiping या  other time wasters में  नहीं .
इस  time को  आप  अपनी  skill set improve करने  में  लगाइए , किसी  नए  business idea को  implement करने  में  लगाइए  या  फिर  ऐसी  किसी  भी  चीज  में  जो  आपके  self-development में  helpful हो , but at any cost इसे  waste मत कीजिये  .
4)  Focus loose कर देते हैं:
बहुत  से  लोग  अपनी  life better करने  के  लिए  एक  start तो लेते  हैं …कुछ  दूर  तक  जाते  भी  हैं , पर  फिर  वो  अपना  focus loose कर  देते  हैं . एक  किसान  था ,उसने  निश्चय  किया  कि  वह  अपने   खेतों  में  गेहूं  की  खेती  करेगा . उसने  अपना  काम  शुरू किया  , खेत  की  जुताई  करवाई  गेहूं  के  बीज  बोये …पर  कुछ ही  दिनों  में  शहर  में  पढ़  रहे  उसके  बेटे ने  बताया  कि  गन्ने  की  खेती  में  फायदा  है  उसे  तो  वही  करनी  चाहिए . किसान  को  भी  ये  बात  सही  लगी  उसने  गेहूं  के  बीज  निकाल  कर  गन्ने   के  बीज  बो  दिए …कुछ  दिन  बाद  फिर  किसान  का  बेटा  नए  ज्ञान  के  साथ  उसके  सामने  हाज़िर  हो  गया …” पिता  जी  , मशरूम  मतलब  सोना …आप  मशरूम  की  खेती  करिए  बाकी  सब  बेकार  है …”…और  ऐसे  करते -करते  किसान  सही  समय  पर  कुछ  भी  नहीं  उगा  पाया .
 Focus पर  मैं  पहले  भी  लिख  चुका  हूँ  , बस  आपसे  यही  कहना  चाहूँगा  कि  काम  का  आगाज़  तब  तक  कोई  मायने  नहीं  रखता  जब  तक  उसे  अंजाम  तक  ना  पहुँचाया  जाए . इसलिए कोई  भी  चीज  सोच -समझ  कर  शुरू  कीजिये  और  जब  एक  बार  शुरू  कर  दिया  तो  उसे पूरा  करने  के  लिए  तन -मन – धन  से  जुट  जाइये .
5) अपने मन में Mental block बना लेते हैं:
कुछ  लोगों  का  mind इतना  preconditioned होता  है  कि  वो  कुछ  नया  करने  के  बारे  में  सोच  ही  नहीं  पाते .  उनका  past experience या  brought –up उन्हें  mentally एक छोटे  से  space में  बाँध  कर  रख  देता  है …वो  इस  बात  में  believe करने  लगते  हैं  कि  उनसे  बस  येही  हो  सकता  है  जो  वो करते  हैं  , इसके  आलावा  कुछ  किया तो  असफल  होना  तय  है . ऐसी  सोच  से  निकलना  होगा , इंसान  होने  के  नाते  आपके  अन्दर  infinite potential है , आप  सचमुच  कुछ  भी  कर  सकते  हैं , आखिर  आप  ही  जैसे  दिखने  वाले  लोगों  ने  पहले  ऐसा  किया  है  जो  आप  करना  चाहते  हैं …तो   फिर  आप  क्यों  नहीं ?…इस  mental blockage को  तोड़  दीजिये , circus का  हाथी  नहीं  रण-  भूमि  का  योद्धा  बनिए .
Friends आप  जब  तक  life से  समझौता  करते  रहेंगे  तब  तक  life भी  आपको  समझौतों   के  लिए  मजबूर  करती  रहेगी …..लाइफ  सिर्फ  सहने के  लिए  नहीं  है ….ये  आपके  बेस्ट  possible avatar को  पाने  के  लिए  है ….इसलिए  अपनी second class  ज़िन्दगी  को  अब  और  बर्दाश्त  मत  कीजिये …आप  बदल  सकते  हैं ….आप  बदल  जाइये .
All the best!

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