रविवार, 30 नवंबर 2014

Today's History In Hindi

आज के दिन
Jagdish Chandra Bose
जगदीश चन्द्र बोस

ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार 30 नवंबर वर्ष का 334 वाँ (लीप वर्ष में यह 335 वाँ) दिन है। साल में अभी और 31 दिन शेष हैं।
30 नवंबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
§  1997 - भारत-बांग्लादेश विवादित सीमा क्षेत्र में यथास्थिति बनाये रखने पर सहमत।
§  1999 - सं.रा. अमेरिका के उत्तर पश्चिम 'सिएटल' में विश्व व्यापार संगठन का तीसरा अधिवेशन प्रारम्भ।
§  2000 - अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव मामले में अल गोर ने पुनर्मतगणना की अपील की।
§  2001 - विश्व प्रसिद्ध पॉप गायक जार्ज हैरीसन का निधन।
§  2002 - आईसीसी ने जिम्बाव्वे में न खेलने वाले देशों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की चेतावनी दी।
§  2004 - बांग्लादेश की संसद में महिलाओं के लिए 45 प्रतिशत सीटों वाला विधेयक पारित।
§  2008- मुम्बई में हुए आतंकी हमले के बाद सरकार ने संघीय जाँच एजेंसी के गठन की घोषणा की। सरकार ने एसएटी रिजवी वेतन समिति का कार्यकाल बढ़ाने का निर्णय लिया।
30 नवंबर को जन्मे व्यक्ति
§  1858 - प्रसिद्ध वैज्ञानिक जगदीश चन्द्र बोस
§  1931 - रोमिला थापर, भारतीय इतिहासकार
30 नवंबर को हुए निधन
§  2012- इन्द्र कुमार गुजराल - भारत के बारहवें प्रधानमंत्री
§  1915- गुरुजाडा अप्पाराव- प्रसिद्ध तेलुगु साहित्यकार
§  1909 - रमेश चन्द्र दत्त - अंग्रेज़ी और बंगला भाषा के प्रसिद्ध लेखक, ये धन के बहिर्गमन की विचारधारा के प्रवर्तक तथा महान शिक्षाशास्त्री थे।


Good Vs Bad Inspirational Hindi Article

दुनिया में अच्छाई अधिक है या बुराई ?

एक सवाल से शुरू करते हैं ?
दुनिया में अच्छाई अधिक है या बुराई ?
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क्या उत्तर मन में आया ?
मैंने यही प्रश्न अपने कुछ दोस्तों से पुछा , मुझे mixed answers मिले कुछ ने अच्छाई को अधिक बताया तो कुछ ने बुराई को ! पर ज्यादातर लोगों ने अच्छे को ही अधिक बताया , और मुझे भी ऐसा ही लगता है।
चलिए इसे ऐसे देखते हैं ….
आप कितने अच्छे लोगों को जानते हैं …. इसमें दुनिया भर के लोगों को ना लेकर बस उन्हें लीजिये जिन्हे आप personally जानते हों ….
मेरी अच्छे लोगों की list तो बहुत लम्बी है , और बुरे में बस कुछ एक्का -दुक्का लोग ही हैं।
Of course , कौन अच्छा है और कौन बुरा ये बहुत subjective चीज है , जो आपको अच्छा लगता है वो किसी और को बुरा लग सकता है and vice-versa , पर यहाँ आपको बस ये देखना है कि जो आपको अच्छा लगता है वो अच्छा है और जो आपको बुरा लगता है वो बुरा है।
तो आपकी list कैसी बानी ?
मुझे लगता है , ज्यादातर लोगों की list में अच्छे लोग ही अधिक होंगे … यानि जब हर किसी की list में अच्छे लोग जयादा हैं तो दुनिया में अच्छाई भी अधिक होगी …isn’t it?
Definitely, अच्छाई अधिक है , इस दुनिया में अच्छे लोगों की कोई कमी नहीं है पर फिर भी हर तरफ , अखबारों में …news channels पर …. गली – चौराहों पे , बुराई का ही बोल-बाला क्यों है ??
दुनिया में अच्छाई अधिक होने के बावजूद बुराई अधिक क्यों जान पड़ती है …. ऐसा क्यों है कि मुट्ठी भर लोगों के बुराई की चीख लाखों लोगों के अच्छाई की आवाज़ को दबा देती है ?
आज हम बुरी ख़बरों में इतना उलझे हुए हैं कि हमारा ध्यान बुराई से हटता ही नहीं, चंद लोगों की बुराई को ही हमें बार -बार दिखाया जाता है , उसपे चर्चाएं होती हैं और इसी वजह से पूरे माहौल में ही बुराई घुल सी गयी है , और जैसा कि Law of Attraction कहता है , ” सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड में हम जिस चीज पर ध्यान केन्द्रित करते हैं उस चीज में आश्चर्यजनक रूप से विस्तार होता है ।” , और यहाँ तो कोई व्यक्ति विशेष नहीं पूरा का पूरा देश ही बुराई पर अपना ध्यान लगाये बैठे है , और यह भी एक बड़ी वजह है कि हमें आये दिन और अधिक बुराई देखने को मिलती है !
सोचिये , अच्छाई अधिक है तो भी बुराई के विस्तार को रोक नहीं पा रही … क्यों ?
क्या हम भी इसके जिम्मेदार हैं ?
मुझे लगता है हैं-
जब किसी restaurant में हमें ख़राब dinner serve होता है तो हम दस जगह इस बारे में बताते हैं लेकिन जब कोई waiter हमारे साथ बहुत सलीके से पेश आता है तो इस बात को ज्यादा लोगों से share नहीं करते …जब कोई सरकारी कर्मचारी हमारा काम करने में देर लगता है तो हम सबसे इसका रोना रोते हैं पर जब वही कर्मचारी ये काम efficiently कर देता है तो हम इसकी बात कहीं नहीं करते …ज़ब हमें हमारे colleague में कोई कमी दिखती है तो हम उसकी gossip तो कर लेते हैं पर दिल खोल कर उसकी तमाम अच्छाईओं के बारे में बात नहीं करते… ये बुराई को बढ़ाना नहीं तो और क्या है ??
Friends, शायद सालों से feed करी जा रही negativity की वजह से हम कुछ ऐसे programmed हो गए हैं कि हम inherently अच्छे होने के बावजूद बुराई की तरफ आकर्षित होते हैं उसका प्रचार करते फिरते हैं… हमें इस programming को बदलना होगा … हमें सबकी नहीं बस अपनी जिम्मेदारी लेनी होगी … deliberately हमें अच्छाई  को बढ़ावा देना होगा …
क्यों न हम बुराई की चीख को अच्छाई की गूँज से दबा दें … क्यों न हम हमारे साथ होने वाले हर एक positive experience को amplify कर दें … उसका शोर मचा दें … इतना कि अच्छाई की उस गूँज में बुराई की चीख सुनाई ही न पड़े !
हो सकता है आप कहें कि अगर अखबारों में , news channels पर negative news आती है तो इसमें हम क्या कर सकते हैं ???
Actually मैं इसके लिए कुछ करने के लिए कह भी नहीं रहा , मैं तो बस इतना कहना चाहता हूँ कि आपके साथ जो कुछ positive हो रहा है , आपको जो कुछ भी positive पता चल रहा है , चाहे वो किसी भी चीज के बारे में हो ,वो कोई व्यक्ति हो , कोई किताब हो , कोई movie हो या कोई बात , उसे अपने तक ना रखें उसे लोगों से बांटें … उसका विस्तार करें … मैं आपसे बुरी खबर को रोकने के लिए नहीं कह रहा मैं तो बस आपसे अच्छी ख़बर को बढ़ाने की appeal कर रहा हूँ ….
क्योंकि ये जो बुरी खबर है वो सिर्फ एक खबर नहीं है वो एक तरह की बीमारी है और जब किसी बीमारी को लम्बे समय तक address नहीं किया जाता है तो वो cancer बन जाती है , हमें इस बुराई की बीमारी को कैंसर नहीं बनने देना होगा …हमे इसका इलाज करना होगा और इसका इलाज एक ही है ……… अच्छाई की गूँज !
Thank You !
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शनिवार, 29 नवंबर 2014

Today's History In Hindi

आज के दिन
Captain Gurbachan Singh Salaria
गुरबचन सिंह सालारिया

ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार 29 नवंबर वर्ष का 333 वाँ (लीप वर्ष में यह 334 वाँ) दिन है। साल में अभी और 32 दिन शेष हैं।
29 नवंबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
§  1759 - दिल्ली के बादशाह आलमगीर द्वितीय की हत्या।
§  1889 - बेंगळूरू के लालबाग़ गार्डन में 'ग्लास हाउस' की आधारशिला रखी गई।
§  1998 - कर्नल कुरु बातासयाल के नेतृत्व में भारतीय सैन्य दस्ते ने लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम सेना यूनीफ़िष में नार्वे के दस्ते का स्थान ग्रहण किया।
§  1999 - महाराष्ट्र के नारायण गाँव में विश्व का सबसे बड़ा मीटरवेव रेडियो टेलीस्कोप खुला।
§  2001 - अफ़ग़ान गुट अंतरिम परिषद पर राजी हुए।
§  2004 - आसियान देशों ने चीन के साथ व्यापार के समझौते को अंतिम रूप प्रदान किया।
§  2006 - पाकिस्तान ने मध्यम दूरी वाले मिसाइल 'हत्फ़-4', जिसे शाहीन-I भी कहा जाता है, का सफल परीक्षण किया।
§  2007 - जनरल अशरफ़ परवेज कियानी ने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख की कमान सम्भाली। परवेज मुशर्रफ़ ने असैनिक राष्ट्रपति के रूप में अगले पाँच वर्ष के लिए शपथ ग्रहण की।
§  2008 - 60 घंटे आपरेशन के बाद कमांडो ने मुम्बई को आतंकियों से मुक्त कराया। भारतीय मुक्केबाज़ मैरीकॉम ने पाँचवी महिला एआईबीए वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप जीती।
29 नवंबर को जन्मे व्यक्ति
§  1935 - गुरबचन सिंह सालारिया, परमवीर चक्र से सम्मानित।
29 नवंबर को हुए निधन
§  1909 - प्रसिद्ध बंगला इतिहासकार रोमेश चन्द्र दत्त
§  1993 - जे. आर. डी. टाटा - आधुनिक भारत की बुनियाद रखने वाली औद्योगिक हस्तियों में जे. आर. डी. टाटा का नाम सर्वोपरि है।


6 Ways To Help Others Achieve Goals In Hindi

कैसे कर सकते है हम औरों को Goals Achieve करने में मदद? 6 Ways

हम अक्सर अपने goals achieve करने की बात करते हैं , पर ओरों के goals का क्या ?
दोस्तों , ये तो हम सब समझते हैं कि जितना हमारे goals हमारे लिये important हैं उतना ही औरों के गोल्स उनके
Achieving Goals

तो आइये देखते हैं इन तरीक़ों को :
लिए importance रखते हैं . तो क्यों ना आज हम इस बारे में बात करें कि हम ऐसा क्या -क्या कर सकते हैं जिससे हम अपने friends, husband/wife या भाई – बहन को उनके goals achieve करने में help कर सकें . Simplicity के लिए मैं ; friends, husband, wife ,भाई , बहन इन सभी को Goal-Seeker कह कर ही address करूँगा .
1) Encourage कर के :
जब कोई किसी गोल को pursue कर रहा होता है तो कभी-कभी उसके अंदर सेल्फ-डाउट आने लगते हैं कि , मैं ये कर पाऊँगा कि नहीं , अगर मैँ फ़ेल हो गया तो ,etc.
और ऐसे में अगर हम उसका सेल्फ डाउट दूर कर सकें , उसका उत्साहवर्धन कर सकें तो ये एक बहुत बडी help होगी .
Encourage कैसे किया जाए ?
  • Encouraging words बोल के
  • Motivational books गिफ्ट कर के।
  • Inspirational sites.
  • Youtube पर motivational videos suggest कर के.
  • रियल लाइफ success के examples दे कर .
2) Free time दे कर :
समय कितना कीमती है ये हम सब जानते हैं . किसी भी काम को करने की लिए कुछ ओर लगे ने लगे समय तो लगता ही है – कम या ज्यादा . तो अगर हम अपने goal seeker का समय बचा पायें तो definitely वो इस समय को अपने goals achieve करने में लगा सकता है .
For example: आपका भाई किसी competitive exam की तैयारी कर रहा है और कुछ रोज-मर्रा के काम उसके सर बंधे हैँ तो voluntarily आप वो काम उससे ले सकते हैं . ऐसा करना ना सिर्फ उसका समय बचाएगा बल्कि उसे ये भी feel करा देगा कि आप उसके साथ हैं और उसे सफल होते देखना चाहते हैं . और ये एक बहुत अच्छी feeling होती है , isn’t it ?
3) एकांत दे कर  :
ज्यादातर लोग सबसे जयदा creative और productive तब होते हैं जब वो अकेले काम कर रहे होते हैं . तो यदि आप अपने goal seeker की मदद करना चाहते हैं तो उसे एकांत दे कर भी कर सकते हैं . ख़ास तौर से middle class families और hostel में रह रहे या आपने घर से बाहर रह कर कुछ कर रहे लोगों के पास अपने लिए separate rooms नहीं होते . ऐसे में कई बार काम पर concentrate करना मुश्किल हो जाता है , इसलिए हम काम के वक़्त  disturbance minimize कर सकें तो मेरी समझ से ये भी एक बड़ा support होगा .
4) Force ना कर के :
कई बार ऐसा होता है की हमारा goal seeker अपने goals pursue करने में लगा होता है , ऐसे में हम जाते हैं और उसे अपने साथ मूवी देखने या market चलने के लिए force करने लगते हैं . ये गलत है . एक बार पूछ लेना ठीक है पर अगर सामने वाला “नहीं ” कह देता है या उसकी बॉडी लैंग्वेज से भी लग जाता हैं की वो नही जाना चाहता तो उसे force नहीं करने चाहिए .
Actually, उस समय हमे लगता है कि आधे -एक घंटे में क्या चला जाता है पर हकीकत में एक बार जब कुछ करने की लय टूट जाती है तो कई बार पूरा दिन भी खराब हो जाता है , that’s why we should not force anybody to accompany us.
5) चुप रह कर  :
कई बार हमारा goal seeker जो कर रहा होता है हम उससे convince नहीं होते . क्योंकि शायद हम उस goal को ख़ुद achievable नहीं मानते इसलिए इस बात को भी accept नहीं कर पाते की कोइ और उसे कैसे achieve कर सकता है .
For example: अगर कोई Hero बनना चाहता है तो हमे वो एक असंभव सा काम लग सकता है . Naturally, चूँकि हम अपने goal seeker को fail होते हुए नहीं देखना चाहते इसलिए उसे ऐसा करने से रोकते हैं , discourage करते हैं .
अगर वो discourage हो जाता है और ये काम छोड़ देता है तो ठीक है , clear हो जाता है की उसमे वो आग थी ही नहीं , पर अगर आपके बार -बार समझाने के बाद भी वो इस goal में लगा रहता है तो आपको चुप हो जाना चाहिए। क्योंकि कई बार जितना आप बोल कर encourage नहीं कर सकते उतना चुप रह कर कर जाते हैं .
6) छोटे-मोटे झगड़े avoid कर के :
ये point basically husband / wife relation को लेकर है . किसी ने कहा है कि अगर आप husband-wife हैं और आपके बीच झगडे नही होते तो कहीं check करा लीजीए कि क्या आप सचमुच husband- wife हैं :) . बात मजाकिया है लेकिन सच है , husband-wife के बीच आये दिन नोक-झोंक होती रहती है , अगर आप unmarried हैं तो भी इस बात पर यकीन कर लीजिये क्योंकि ये एक husband कह रहा है ;) , और ये भी समझ लीजिये की इन झगड़ो का love या arranged marriage से कोई लेना-देना नहीं है , ये तो होते ही होते हैं .
पर इन छोटे झगड़ो के नुक़सान बड़े होते हैं . रूठने-मनाने में काफी time waste हो जाता है , और घर का माहौल भी काफी समय तक negative हो जाता है और इस दौरान और हमारी productivity nil हों जाती है . इसलिए अगर आप अपने spouse को goal achieve करने में help करना चाहते हैं तो ये एक बहुत बड़ा काम कर सकते हैं . हाँ , ये जानते हुए भी कि आप सही हैँ ओर वो गलत है आप उसे अपनी गलती मान सकते हैं और मामला वहीं राफ़ -दाफा कर सकते हैं . ऐसा करने से घर का माहौल positive रहेगा और ये आपके goal seeker को goals achieve करने में बहुत helpful होगा .
Friends, जो बातें मैंने share की हैँ वो बडी simple सी हैं , पर अगर हम इनमे से कुछ एक भी follow करते हैं तो निश्चित रुप से हम अपने goal seeker को एक अच्छा support दें पाएंगे और प्रत्यक्ष -अप्रत्यक्ष रूप से उसकी success में भागीदार बन पाएँगे . और हम यही तो चाहते हैं , isn’t it ? तो चलिए हम अपने goal seekers की help करते हैं और अपने साथ-साथ करते हैं तैयारी उनके भी जीत की।
All the best